टी-20 वर्ल्ड कप और एशिया कप के लिए टीम के चयन होने के साथ ही कई खिलाड़ियों का भारतीय टीम के लिए फटाफट क्रिकेट के इस 2 बड़े महाकुंभ में खेलने का सपना टूट गया। कई खिलाड़ियों को उम्मीद थी कि उन्हें अपने ही देश में होने जा रहे वर्ल्ड कप के लिए टीम में चयन कर लिया जाएगा, लेकिन शुक्रवार का दोपहर उनके लिए बुरी खबर लेकर आया।
शुरुआत, मनीष पांडे से करते हैं जिन्होंने सिडनी वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार शतक लगाया, साथ ही उस रोमांचक मुकाबले के अंतिम ओवर में जीत दिलाकर भारत की हार का सिलसिला भी खत्म किया था। लेकिन शतक के बाद उन्हें कंगारुओं के खिलाफ टी-20 सीरीज में टीम इंडिया से बाहर होना पड़ा। और अब उन्हें एशिया कप और वर्ल्ड कप में भी नहीं लिया गया।
उभरते बल्लेबाज मनीष पांडे को अनुभवी अजिंक्य रहाणे से अपनी जगह गंवानी पड़ी है। मनीष मध्य क्रम में खेलते हैं जबकि रहाणे भारतीय टीम में बैकअप ओपनर के विकल्प के रूप में भी हैं। दिलचस्प यह है कि उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए टीम में रखा गया है।
दूसरा बड़ा नाम है तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का। भुवनेश्वर को अपने 27वें जन्मदिन पर ही बड़ा झटका लगा जब उन्हें 2 बड़े टूर्नामेंट्स के लिए टीम में शामिल नहीं किया। मोहम्मद शमी के चोट को देखते हुए उनका टीम में चयन पक्का माना जा रहा था लेकिन चयकनकर्ताओं ने भुवी की जगह पर शमी को तवज्जो दी। शमी हैमस्ट्रिंग इंजरी के चलते वनडे सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया से लौट आए थे। तब चोट से उबरने के लिए उन्हें चार से छह हफ्ते का समय चाहिए था। और चयकनकर्ताओं के अनुसार अब वह फिट हो चुके हैं।
तीसरा नाम है तेज गेंदबाज इरफान पठान का जिन्हें उम्मीद थी कि उन्हें इस बार चयनकर्ताओं की ओर से बुलावा आएगा, लेकिन नहीं आया। कभी उन्हें 'दूसरा कपिल देव' कहा जा रहा था लेकिन बाद में उनका करियर गिरता ही चला गया। फिलहाल अभी वह शानदार फॉर्म हैं और सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में उन्होंने बड़ौदा की अगुवाई की और टीम को फाइनल तक ले गए। 15.76 की औसत से कुल 17 विकेट लेकर वह सबसे सफल गेंदबाज भी रहे। साथ ही उन्होंने 40 की औसत से 200 रन बनाए।
चौथे निराश क्रिकेटर होंगे अनुभवी फिरकी गेंदबाज अमित मिश्रा जो पहले भी अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर कर दिए जाते रहे हैं। टीम में इस समय कोई लेग स्पिनर नहीं है ऐसे में उन्हें अनुभव के कारण टीम में फिर से लौटने की आस थी जो अधूरी रह गई। साथ ही उनका फॉर्म भी अभी शानदार है। विजय हजारे ट्रॉफी में हरियाणा के लिए खेलते हुए 12 विकेट झटके। फिर सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 में 7 की इकोनोमी रेट से 8 विकेट लिए थे। लेकिन उन्हें धोनी की पसंद नहीं होने का खामियाजा भुगतना ही पड़ा।


 
 
 
 
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