
मोदी के भाषण की अहम बातें
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी में संबोधित किया। उनके भाषण की अहम बातें..
1- भारत ने पड़ोसी देशों से मित्रता की कोशिश की है। पाकिस्तान के साथ दोस्ती करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता करना चाहते हैं। लेकिन पाकिस्तान का भी दायित्व है कि दोतरफ़ा बातचीत के लिए माहौल बनाए। संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाने से समस्या कैसे सुलझेगी, इसको लेकर लोगों में संदेह है।
2- विश्व तनाव और संघर्ष के दौर से गुजर रहा है। भविष्य को लेकर अनिश्चितता है। एशिया प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा चिंता का विषय है।
3- आतंकवाद बड़ी समस्या है। सभी देश आतंकवाद से जूझ रहे हैं। पश्चिम एशिया में आतंकवाद बढ़ रहा है। भारत चार दशकों से आतंकवाद से जूझ रहा है।
4- आज भी कई देश अपने क्षेत्र में आतंकवाद को पनाह दे रहे हैं। जब अच्छे और बुरे आतंकवाद की बात होती है तो इससे लड़ने की हमारे इरादों पर सवाल उठते हैं।
1- भारत ने पड़ोसी देशों से मित्रता की कोशिश की है। पाकिस्तान के साथ दोस्ती करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता करना चाहते हैं। लेकिन पाकिस्तान का भी दायित्व है कि दोतरफ़ा बातचीत के लिए माहौल बनाए। संयुक्त राष्ट्र जैसे मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाने से समस्या कैसे सुलझेगी, इसको लेकर लोगों में संदेह है।
2- विश्व तनाव और संघर्ष के दौर से गुजर रहा है। भविष्य को लेकर अनिश्चितता है। एशिया प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा चिंता का विषय है।
3- आतंकवाद बड़ी समस्या है। सभी देश आतंकवाद से जूझ रहे हैं। पश्चिम एशिया में आतंकवाद बढ़ रहा है। भारत चार दशकों से आतंकवाद से जूझ रहा है।
4- आज भी कई देश अपने क्षेत्र में आतंकवाद को पनाह दे रहे हैं। जब अच्छे और बुरे आतंकवाद की बात होती है तो इससे लड़ने की हमारे इरादों पर सवाल उठते हैं।
जी-1 से आगे बढ़कर जी-ऑल की तरफ
5- समुद्री आतंकवाद भी बड़ा खतरा है। साइबर आतंकवाद भी गंभीर समस्या है। आतंकवाद के खिलाफ़ कड़ा प्रस्ताव पारित होना चाहिए।
6- जी-1 से आगे बढ़कर जी-ऑल की तरफ बढ़ें। आपसी लाभ-हानि से ऊपर उठने की जरूरत है। वास्तविक अंतरराष्ट्रीय सहयोग ज़रूरी है।
7- स्वच्छता, पीने का पानी, बिजली मेरे एजेंडे में सबसे ऊपर हैं। रहने लायक और टिकाऊ विश्व की कामना के साथ काम होना चाहिए।
8- विकसित देशों को फंडिंग और तकनीकी स्थानांतरण की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करना चाहिए।
9- भारत अपनी तकनीकी को साझा करने के लिए तैयार है। हाल ही में दक्षिण एशियाई देशों के लिए निशुल्क उपग्रह की घोषणा की है।
10- भारत में प्रकृति के प्रति आदर अध्यात्म का अंग है। योग व्यायाम नहीं है, बल्कि पुरातन और अमूल्य देन है। योग खुद से और दुनिया से जुड़ने का साधन है। संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करे।
6- जी-1 से आगे बढ़कर जी-ऑल की तरफ बढ़ें। आपसी लाभ-हानि से ऊपर उठने की जरूरत है। वास्तविक अंतरराष्ट्रीय सहयोग ज़रूरी है।
7- स्वच्छता, पीने का पानी, बिजली मेरे एजेंडे में सबसे ऊपर हैं। रहने लायक और टिकाऊ विश्व की कामना के साथ काम होना चाहिए।
8- विकसित देशों को फंडिंग और तकनीकी स्थानांतरण की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करना चाहिए।
9- भारत अपनी तकनीकी को साझा करने के लिए तैयार है। हाल ही में दक्षिण एशियाई देशों के लिए निशुल्क उपग्रह की घोषणा की है।
10- भारत में प्रकृति के प्रति आदर अध्यात्म का अंग है। योग व्यायाम नहीं है, बल्कि पुरातन और अमूल्य देन है। योग खुद से और दुनिया से जुड़ने का साधन है। संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करे।
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