अब ट्रैफिक नियम तोड़ने पर नहीं मिलेगी छूट, पुलिसकर्मी भी होंगे कैमरे की निगरानी में



देश में सड़क हादसों और लापरवाह ड्राइविंग पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार ने एक कड़ा फैसला लिया है। अब नए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) के तहत ऑटोमैटिक इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (AITMS) लागू किया जाएगा, जो ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर नजर रखेगा। इस सिस्टम के तहत आम नागरिक ही नहीं, बल्कि वर्दीधारी पुलिसकर्मी भी निगरानी के दायरे में रहेंगे।

अब सड़कों पर लगे हाई-टेक कैमरे हर वाहन की हरकत रिकॉर्ड करेंगे। बिना हेलमेट बाइक चलाना, कार में सीट बेल्ट न लगाना या गलत दिशा में गाड़ी चलाना—इन सभी मामलों में अब सीधे ई-चालान भेजा जाएगा।



अब तक सरकारी अधिकारियों, पुलिसकर्मियों और वीआईपी गाड़ियों को कई बार नियम उल्लंघन पर छूट मिल जाती थी, लेकिन नए SOP में यह साफ किया गया है कि कानून सबके लिए एक समान होगा।

सरकार का यह कदम इसलिए जरूरी है क्योंकि बीते कुछ वर्षों में सड़क हादसों की संख्या में खतरनाक बढ़ोतरी हुई है। अधिकतर दुर्घटनाएं नियमों की अनदेखी, तेज़ रफ्तार, बिना हेलमेट या बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाने के कारण होती हैं।


राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि इस SOP को शीघ्र लागू करें और निगरानी प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता से संचालित हो। चालान जारी करने के लिए कैमरे की रिकॉर्डिंग को प्रमाण के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा, और किसी को भी कोई छूट नहीं दी जाएगी।

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