कंपनी की कर्मचारियों को सौगात
इस दिवाली आपको
आपकी कंपनी ने
क्या तोहफ़ा दिया?
खैर, अगर आप
सूरत के 1200 कर्मचारियों को
मिले तोहफे के
बारे में सुनेंगे तो
जरूर एक बार
सोच में पड़
जाएंगे।
ऐसा क्या दिया है सूरत की एक डायमंड एक्सपोर्ट कंपनी ने अपने कर्मचारियों को?
हरी कृष्णा एक्सपोर्ट्स में कुल साढ़े सात हजार कर्मचारी हैं और इनके ऑफिस न्यूयॉर्क, बेल्जियम, चीन और हांगकांग में भी हैं।
सूरत में हरी कृष्णा एक्सपोर्ट्स के सावजी ढोलकिया अपने चुनिंदा कर्मचारियों को महंगे दिवाली गिफ्ट देने के लिए मशहूर हैं।
ऐसा क्या दिया है सूरत की एक डायमंड एक्सपोर्ट कंपनी ने अपने कर्मचारियों को?
हरी कृष्णा एक्सपोर्ट्स में कुल साढ़े सात हजार कर्मचारी हैं और इनके ऑफिस न्यूयॉर्क, बेल्जियम, चीन और हांगकांग में भी हैं।
सूरत में हरी कृष्णा एक्सपोर्ट्स के सावजी ढोलकिया अपने चुनिंदा कर्मचारियों को महंगे दिवाली गिफ्ट देने के लिए मशहूर हैं।
बंपर
तोहफा
2012 में उन्होंने अपने
तीन कर्मचारियों को
गाड़ी भेंट की,
फिर 2013 में उन्होंने 72 काम
करने वालों को
गाड़ियां भेंट कीं।
लेकिन इस साल तो उन्होंने सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए अपने 1216 कर्मचारियों को एक रंगा रंग महोत्सव में गाड़ियां, फ्लैट और हीरे के गहने इंसेंटिव के तौर पर दिए हैं।
चुने गए कर्मचारियों को कार, फ्लैट या गहने यह विकल्प दिया गया। जिसमें से 491 लोगों ने कारें, 525 ने गहने और 200 कर्मचारियों ने तोहफे में घर लिया।
कंपनी के डायरेक्टर सावजीभाई ने गिफ्ट देते हुए कर्मचारियों से कहा, "आप सभी की वजह से कंपनी को बड़ा मुनाफा हुआ है। अगर आप लोग खुश रहेंगे तो ही मैं आगे बढ़ पाऊंगा। आप हैं तो मैं हूं। मेरे मुनाफे में आपका भी फायदा होना जरूरी है।"
लेकिन इस साल तो उन्होंने सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए अपने 1216 कर्मचारियों को एक रंगा रंग महोत्सव में गाड़ियां, फ्लैट और हीरे के गहने इंसेंटिव के तौर पर दिए हैं।
चुने गए कर्मचारियों को कार, फ्लैट या गहने यह विकल्प दिया गया। जिसमें से 491 लोगों ने कारें, 525 ने गहने और 200 कर्मचारियों ने तोहफे में घर लिया।
कंपनी के डायरेक्टर सावजीभाई ने गिफ्ट देते हुए कर्मचारियों से कहा, "आप सभी की वजह से कंपनी को बड़ा मुनाफा हुआ है। अगर आप लोग खुश रहेंगे तो ही मैं आगे बढ़ पाऊंगा। आप हैं तो मैं हूं। मेरे मुनाफे में आपका भी फायदा होना जरूरी है।"
कंपनी के कर्मचारी नरेशभाई मायनी ने बताया “हम लोगों की खुशियों की सीमा नहीं। पिछले साल मुझे एक गाड़ी मिली थी और इस साल गहने। कंपनी ने गिफ्ट देते वक़्त देखा कि जिनके पास घर नहीं उन्हें घर मिले, और जिनके पास मकान है उसे गाड़ी और जिनके पास दोनों है उन्हें गहने।"
मयानी बताते हैं कि कई लोगों को जिन्हें गाड़ी मिली है, उन्हें वह अभी चलानी भी नहीं आती। कंपनी ने 50 करोड़ से भी अधिक राशि के तोहफे कर्मचारियों को दिए हैं। More

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